प्रभु! इन्हें भी थोड़ी सदबुद्धि दो ताकि ये भी कुछ उपर निचे माया ग्रहण कर सके !!

अंकलजी, आंटीजी! सम्पत का प्रणाम कबूल करे ! पता है कल मै भगवानजी के घर गया था ! वहा एक सुंदर सुंदर आंटी भी आई थी --पत्ता है आंटी भगवान जी से कुछ बाते कर रही थी ओर में उनकी बाते सुन जोर-जोर से हंस रहा था .... मेरा तो हंस हंसके पेट में दर्द हो रहा है ! आप भी सुने भगवानजी...